Saturday, June 2, 2012

Lal Kitab remedies done at night

लाल किताब के अनुसार, रात्रि में किए जाने वाले उपाय व सावधानियाँ:

इस टॉपिक को श्री कुलबीर सिंह जी और अरुण यादव ने मिल का इक्कठा कर के लिखा है !

लाल किताब के अनुसार उपाय करने का एक बहुत ही महत्वपूर्ण नियम है कि हर उपाय सूरज की रोशनी में ही किया जाना चाहिए। लेकिन कुछ जगह पर लाल किताब में लिखा है की "ये" उपाय या "वो" उपाय ख़ास दिन छिपने के बाद या सुबह होने से पहले करना चाहिए। इस document में हम उन्ही उपायों की लिस्ट तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं। कोई भी सदस्य इस लिस्ट को पूरा करने में अपना योगदान दे सकता है, और इस document को "edit" करके लिस्ट को पूरा कर सकते हैं। लेकिन लिस्ट को edit करने से पहले कृपया असली लाल किताब से अगर हो सके तो पृष्ठ नम्बर व किताब के edition के बारे में अवश्य लिख दें। अगर किसी वजह से पृष्ठ नम्बर नही लिखा जा सकता तो कृपया किस गृह और खाना से संबन्धित उपाय है, ये detail अवश्य लिख दें।

लाल किताब के अनुसार रात्रि समय, पक्की शाम व पक्की सुबह किए जाने वाले उपाय:

  •  सूरज + राहु: "...राहु सूरज के बाहमी झगड़े के वक़्त यानि जब राहु और सूरज दोनों ही का असर बुरा तंग कर रहा हो तो तांबे का पैसा रातभर आग में जलाकर सुबह सादिक़ (प्रात:, प्रभात) (यानि कम अज़ कम 12 घंटे आग में रखने के बाद) सुबह चलते पानी दरिया-नदी नाले या जंगलों में बहाना मुबारक होगा।" (LK 1952, पृष्ठ: 823)

  • चंद्र + शुक्कर + बुध: "...स्याह रंग मछलियों को 40 हफ्ते हर हफ़्ते में एक दफ़ा (शुक्कर की रात और सनीचर की सुबह का दरमियानी वक़्त) अपनी ख़ुराक का हिस्सा दिया करे, तो हर तरह से मदद होगी।" (LK 1952, पृष्ठ: 929)

  • शुक्कर + राहु (खाना 12): "... किस्मत की हार के वक़्त औरत के हाथों या ख़ुद नीला फूल बवक़्त शाम मिट्टी में दबाते जाने से मदद होती रहेगी।" (LK 1952, पृष्ठ: 870)

  • शुक्कर खाना 12: "...जब तक ऐसा शख़्स नास्तिक न हो या जब तक वह मालिक को याद रखे औरत के अपने हाथ से बवक़्त शाम नीला फूल (राहु की अश्या) बाहर वीराने में दबाने से तमाम दुख दूर होंगे।" (LK 1952, पृष्ठ: 478)

  • सूरज खाना 7: "अगर सनीचर का टकराओ या सनीचर नंबर 1 आ जावे तो चंद्र नष्ट (शाम की रोटी पकाने के बाद चूल्हे की आग को दूध से बुझाना) करने से मदद होगी। आग को सुबह निकलने तक दुबारा रोशन ना करें..." (LK 1952, पृष्ठ: 341)

  • सूरज: "...इसके अलावा ऐसी हालत के वक़्त यानि 6-7 में बैठा होने के वक़्त चंद्र नष्ट करने से (रात की रोटी के बाद चूल्हे की बाकी बची हुई आग पर दूध के छींटे देकर उसे बुझाते रहना) मदद होगी" (LK 1952, पृष्ठ: 313)

  • सूरज खाना 6: "चंद्र नष्ट करने यानि शाम की रोटी की आग दूध से बुझाना मदद देगा।" (LK 1952, पृष्ठ: 334)

  • मंगल खाना 5: "रात की पूरी नींद नसीब न होगी - जिसके लिए रात को सिरहाने पानी रख कर सोने से मंगल बद और राहु की मंदी शरारतों से बचाओ होता रहेगा।" (LK 1952, पृष्ठ: 504)

  • बुध खाना 3: "रात के वक़्त सालम मूंग को पानी में भिगो कर सुबह वह मूंग जानवरों को डाल दें और 43 दिन तक ऐसा करते जावें तो ब्योपार से मदद होगी।" (LK 1952, पृष्ठ: 550)

  • "रात के आराम के वक़्त अपने चारपाई के नीचे थोड़ा सा पानी किसी बरतन में रख लें सुबह वह पानी किसी ऐसी जगह में डाल दें जहां कि उसकी बेइज्ज़ती ना समझी जावे न ही उस पानी से अपना हाथ मुंह या पाख़ाना धोवें तो राहु कि शरारतों से हमेशा बचाओ होता रहेगा। (LK 1952, पृष्ठ: 1083)

  • "घर में कीकर का दरख़्त लावल्द किए बगैर ना छोड़ेगा। उस से बचाओ सूरज निकलने से पहले तारों की छाँव में जब कि अभी अंधेरा ही हो। पहले तो लगातार चालीस दिन (हर सनीचर - हफ़्ता में सिर्फ एक दिन सनीचर वार एक दफ़ा) और उसके बाद गाहे बगाहे पानी डालते रहना चाहिए।" (LK 1952, पृष्ठ: 1142)
  • सूरज ख़ाना नम्बर 11: "...और 40 या 43 दिन तक रेत का बिस्तरा मुबारक होगा।" (LK 1942, सफ़ा: 124)

  • केतु ख़ाना नम्बर 11: "सनीचर की अश्या - सफ़ेद मूली ख़ासकर रात को औरत के सिरहाने रख कर सुबह धरम अस्थान में देना मुबारक मददगार होगा।" (LK 1952, पृष्ठ: 734)
  •  शुक्कर खाना 12: "...जब तक ऐसा शख़्स नास्तिक न हो या जब तक वह मालिक को याद रखे औरत के अपने हाथ से बवक़्त शाम नीला फूल (राहु की अश्या) बाहर वीराने में दबाने से तमाम दुख दूर होंगे।" (LK 1952, पृष्ठ: 478) क्या शुक्र 12 के समय महिला कुण्डली में हो तो पति से फूल दबाये या नहीं
लाल किताब के अनुसार रात्रि समय, पक्की शाम व पक्की सुबह के लिए सावधानियाँ:

  • चंद्र खाना 11: "गुरु उपदेश बवक़्त पक्की शाम सुनना या सुनाना या बृहस्पत की अस्या या कारोबार मुतल्लिका बृहस्पत बवक़्त राहु (पक्की शाम)" (LK 1952, पृष्ठ: 414)

  • मंगल + सनीचर खाना 2: "रात या पक्की शाम के वक़्त धरम अस्थान में माता या ससुर के साथ जाना अचानक हादसा या बेहद नुकसान का बहाना खड़ा कर देगा मगर दिन के वक़्त कोई वहम नही।" (LK 1952 पृष्ठ: 884)

  • केतू खाना 1: "अब सूरज नीच ना होगा मगर औलाद नारीना (लड़कों) को बुध (शाम कच्ची) और केतु (सुबह सादिक़) के वक़्त सूरज की अश्या गुड़ या बाज़ार में आवारा खाने पीने और ख़र्चने के लिए तांबे के पैसे वैगरा देना ज़हर का सबूत देगा।" (LK 1952, पृष्ठ: 697)

  • चंद्र खाना 10: "...पानी में घुली हुई दवाइयों का काम या रात के वक़्त मरीजों का इलाज़ मंदा असर देंगे।" (LK 1952, पृष्ठ: 409)

  • चंद्र खाना 10: "रात को दूध पीना ज़हर का असर देगा।..." (LK 1952, पृष्ठ: 409)

  • चंद्र खाना 6: "दूध का इस्तेमाल मंदा बल्कि रात का पिया हुआ दूध तो ज़हर का काम देगा पिता खानदान पर मंदा असर होगा" (LK 1952, पृष्ठ: 394)

  • सनीचर खाना 4: "रात का पिया हुआ दूध ज़हर होगा।" (LK 1952, पृष्ठ: 607)

  • चंद्र + सनीचर: "दूध में काली मिर्च का इस्तेमाल (ख़ासकर बवक़्त रात) फेफड़े में पानी या दिल की कोई दूसरी बीमारियाँ देगा..." (LK 1952, पृष्ठ: 845)
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Best Wishes,
Acharya Vijay Goel
Astrologer and Vastukar
Jyotish Visharad(ICAS)
www.vijaygoel.net
askme@vijaygoel.net
www.Indianastrovedic.com


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